राजा राम यादव की पुस्तक भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 2023 (हिंदी) भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 2023 पर एक व्यापक टिप्पणी प्रदान करती है, जो भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 को निरसित करती है।
यह विस्तृत पुस्तक इस नयी विधि की विशेषताओं का स्पष्ट और विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत करती है, जिससे इसके प्रावधानों की बेहतर समझ सुनिश्चित होती है। इसमें प्रासंगिक न्यायिक निर्णयों के संदर्भ शामिल हैं, जो व्यावहारिक समझ को और मजबूत करते हैं।
पुस्तक में एक विशेष तुलनात्मक तालिका भी है जो भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 की संबंधित धाराओं के साथ भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 2023 के प्रावधानों को दर्शाती है, जिससे दोनों के बीच के अंतर को समझना आसान हो जाता है।
सरल और स्पष्ट भाषा में लिखी गई यह पुस्तक छात्रों, न्यायिक उम्मीदवारों और भारत में साक्ष्य कानून के विकास में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक आवश्यक संसाधन है। यह अकादमिक अध्ययन, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी और कानूनी अभ्यास के लिए अत्यंत उपयोगी है।